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ये जंजीर

ये जंजीर

Lockdown
Lockdown

✍️कहां गुम हो गई इस खाली मयान कि शमशीर
क्या कभी नहीं टूटेगी ये जंजीर
अब ये मयान भी कर रही इल्तिज़ा
क्या तेरे इल्म में नहीं कोई उपाय सूझा
बहुत हुआ जकड़न में जीना
किसी को अब बेवक्त नहीं है सोना
इंसानों पर कैसी आन पड़ी ये मजबूरियां
इस बेड़ियों ने बढ़ा दी अपनों से दूरियां
वह नंगी शमशेर भी बयान मांगती होगी
किसी वीर योद्धा के हाथो में स्थान मांगती होगी
इन अदृश्य वायरसों का खात्मा चाहती होगी
और इस जंग में वीरो की दस्ता मांगती होगी

                                                -अमरजीत

                                     

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