कहाँ हो मोहन
✍️कोई खोजे वृदावन मे
तो कोई बिरज के गलियो
कोई खोजे तुम्हें अपनी ध्यानों में
तो कोई प्रेम के डगरो मे
तुम कहाँ हो मोहन तुम कहाँ हो
कोई खोजे यमुना के तटों पर
तो कोई कदम के पेड़ों पे
कोई खोजे गायो के झुंडो में
तो कोई बाल गोपालो मे
कहाँ हो मोहन कहाँ हो
- अमरजीत
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